भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाईजेशन (पंजीकृत) एक परिचय
08:02
भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाईजेशन BPHO सम्पूर्ण भारत से प्रजापति कुम्हार समाज के बुद्धिजीविवियों का एक वैचारिक मंच है जिसकी स्थापना मई 2014 में राजस्थान लाडनूँ निवासी श्री सत्यनारायण प्रजापति ने भोपाल निवासी श्री दिनेश प्रजापति के साथ मिल कर की। स्थापना का उद्देश्य समस्त भारत के प्रजापति समाज की बुद्धिजियों को सामाजिक चिंतन कर समाज के सर्वांगिण विकास हेतु एक मजबूत श्रृंखला बनाना था। समाज में इस तरह का संगठन बनाने का यह पहला प्रयास था जिसे समाज के बुद्धिजिवीयों ने हाथों हाथ लिया और देखते ही देखते थोड़े समय में ही इसका विस्तार देश के कई राज्यों में हो गया। संगठन ने अगस्त 2014 में अपना पहला सम्मेलन गुजरात के मोढ़ घांची वाड़ी में संम्पन्न किया जिसमें सूरत के प्रजापति समाज के समस्त गोलों (समूहों) के अलावा देश के कई राज्यों के सामाजिक बन्धुओँ ने भी हिस्सा लिया और सम्मेलन का अच्छा सन्देश सूरत के समाज में गया। आज सूरत में गुजराती मराठी राजस्थानी व अन्य प्रदेशों के समाज जनों के बीच अच्छे रिश्ते कायम हुए है और एक दूसरे के सामाजिक कार्यक्रमों में आना जाना शुरू हुआ है।
![]() |
https://www.facebook.com/messages/conversation-user%253A100004250856787?ref=ordered_list# |
सूरत सम्मेलन का आयोजन श्री पंकज कुंभार व श्री मुकेश भाई प्रजापति का मुख्य सहयोग रहा। इसके ठीक चार महीने बाद ही संगठन को विस्तार देने व नीतियों का प्रचार प्रसार करने हेतु संगठन का दूसरा सम्मेलन हरियाणा के भिवानी शहर में दिसम्बर 2014 में रखा गया जिसमें भिवानी समाज का सराहनीय योगदान रहा एवम सम्मेलन के आयोजन की मुख्य जिम्मेदारी श्री जयभगवान प्रजापति व श्री प्रजापति रमेश टाक ने ली। भिवानी सम्मेलन से सभी समाज बन्धुओँ को देश भर में एक पहचान के रूप में नाम के साथ प्रजापति लिखने का आव्हान किया गया जिसका व्यापक असर हुआ। इसके ठीक एक साल बाद दिसम्बर 2015 देवभूमि बैजनाथ धाम झारखंड के देवघर में संगठन का दो दिवसीय तृतीय राष्ट्रिय सम्मेलन हुआ जिसमे मुख्य रूप से बिहार झारखंड को सम्मिलित किया गया एवं कई राज्यों के समाज बन्धु भी इसमे सम्मिलित हुए। इस सम्मेलन के बाद हीरोज का पूर्वोत्तर में विस्तार किया गया जिसकी जिम्मेदारी देवघर के श्री महा मृत्युंजय प्रजापति को दी गयी। देवघर सम्मेलन की जिम्मेदारी मुख्य रूप से श्री महामृत्युंजय प्रजापति एवम श्री अजय पण्डित ने उठाई। देवघर सम्मेलन में हीरोज ने मुख्य रूप से समाज के सङ्गठनों के बीच सामंजस्य व सहयोग पर बल दिया। नतीजन आज हम देश भर में कई सङ्गठनों के साथ समाज हित के मुद्दों पर मिल कर कार्य कर रहे है। संगठन के समुचित विस्तार के बाद संगठन के विधिवत गठन हेतु संगठन का राष्ट्रीय संगठन के रूप में हरियाणा के भिवानी को मुख्य कार्यालय बना कर वहीं पर इसका पंजीयन कराया गया। लगातार.....
4 comments
Jai prajapati
ReplyDeleteGarv hh hame ki ham prajapati hh
ReplyDeleteMera sahayog ap prajapati bhio ke liya hh
ReplyDeleteजय श्री दक्ष प्रजापति
ReplyDelete