माननीय हरिशचंद कुमावत जी , अध्यक्ष शिल्प एवं माटिकला बोर्ड, राजस्थान के नाम BPHO का खुला पत्र
00:07राजस्थान प्रदेश शिल्प एवम माटिकला बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष एवम समाज के वरिष्ठ व अनुभवी नेता सम्माननिय श्री हरिशचंद कुमावत जी के नाम “भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाईजेशन (पंजीकृत)” का खुला निवेदन पत्र -
सर्व प्रथम हम सम्माननिय श्री हरिशचंद कुमावत जी को राजस्थान प्रदेश शिल्प एवं माटिकला बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त किये जाने का स्वागत करते हुए आपको BPHO परिवार की और से हार्दिक बधाई प्रेषित करते है एवम आशा करते है आप जैसे समाज के वरिष्ठ व अनुभवी नेता को बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जाना हमारे पिछड़े मृण शिल्पी परिवारों के लिए एक वरदान साबित होगा।
माननीय जैसा कि सब जानते है आजादी के लगभग 70 साल बाद भी हमारे समाज व माटिकला को उचित संरक्षण व राजनैतिक न्याय नही मिला है जिसका कारण हमारे समाज में शिक्षा व जागरूकता की कमी हो सकता है पर यह भी सत्य है कि इन वर्षों में भी हमारे समाज के कुछ नेताओं को ही सही पर समय समय पर मौका जरूर मिलता रहा है मगर इच्छाशक्ति की कमी व असंगठित समाज के कारण वे समाज के लिए अन्य समाजो के नेताओं की तुलना में विशेष कुछ नहीं कर सके।
माननीय आप जैसे वरिष्ठ व कद्दावर नेता को यह पद मिलने से समाज को एक आशा की किरण नजर आई है और समाज को आपसे बहुत उम्मीद है।
हम माननीय से उम्मीद करते है कि आप विलुप्त हो रही माटी कला के संरक्षण हेतु सरकार के सामने योजनाएं प्रस्तुत कर बोर्ड के लिए आवश्यक शक्तियां व साधन उपलब्ध करवा सकेंगे।
इसके तहत आप समाज को मिट्टी के खनन हेतु आवंटित भूमि जो अब प्रायः खुर्द बुर्द हो चुकी है को वापस आवंटित करवाने का प्रयास करें।
मिट्टी कला को ग्रामीण उद्योग का दर्जा दिलवा कर इसके अंतर्गत मिलने वाली वितीय सहायता व अनुदान का लाभ मृण शिल्पियों को मिलना सुनिश्चित करें जिससे इस व्यवसाय का आधुनिकीकरण किया जा कर लाभदायी बनाया जा सके।
बोर्ड के माध्यम से आधुनिक तकनीक के उपयोग हेतु शिल्पियों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाये जाएँ।
बोर्ड के माध्यम से मृण शिल्पियों को बाजारोन्मुखी उत्पादन तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जाये एवम उत्पादनों के विक्रय हेतु समय समय पर शिल्प मेले व प्रदर्शनियों का आयोजन करे।
राजस्थान के कई क्षेत्रों में कुम्हार समुदाय ईंट उद्योग में संलग्न है जिसमे आज बहुत सी प्रशासनिक बाधाएं आ रही है जिसके समाधान के लिए उचित कदम उठा कर उन्हें राहत दी जानी चाहिए।
माननीय हालाँकि आप जैसे वरिष्ठ व अनुभवी नेता के सम्मुख सुझाव रखना छोटा मुंह बड़ी बात ही होगी पर विभिन्न प्रदेशों के बोर्डों द्वारा कोई विशेष कार्य नही होने से शंकित समाज की और से यह निवेदन व उम्मीद की जा रही है जिस पर आप श्री अवश्य कदम उठाएंगे।
इन्ही आशाओं व विश्वास के साथ
सत्यनारायण प्रजापति
संस्थापक व मुख्य संरक्षक
भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाईजेशन (पंजी0)
सम्पर्क नम्बर : 8220521129
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